लाकडाउन को 'ड्रैकोनियन' बता मोदी सरकार पर खूब भड़के राजीव बजाज
देश के प्रसिद्ध उद्योगपति और बजाज ऑटो के एमडी राजीव बजाज ( Rajeev Bajaj ) ने देश में कोरोना वायरस की वजह से लगाये गए लाकडाउन को 'ड्रैकोनियन' कहा है

उनका कहना है की भारत के अलावा किसी भी देश में ऐसा लाकडाउन नहीं देखा | दरसअल राजीव बजाज कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ कोरोना संकट को लेकर चर्चा कर रहे थे और इस बात चित में राजीव बजाज ने लाकडाउन की काफी आलोचना भी की |
इस दौरान राजीव बजाज ने कहा कि भारत में सबसे ज्यादा सड़क हादसे होते है और मौत भी इन हादसों में ज्यादा होते है | अगर कोई व्यक्ति बिना हेल्मेट पहने गाड़ी चला रहा होता है तो 99.9 प्रतिशत मामलों में पुलिस कुछ भी नहीं करती है लेकिन अगर किसी ने मास्क नहीं पहना है या कोई मॉर्निंग या इवनिंग वॉक पर निकला हो तो आप उन्हें डंडे मारते हैं। उनसे सड़क पर उठक-बैठक लगवाते हैं। आपने उनके हाथ में बोर्ड लगा दिया कि मैं देशद्रोही हूं, मैं गधा हूं। राजीव बजाज का कहना है उन्होंने खुद देखा कि सड़क पर निकले कुछ बुजुर्गों को डंडे मारे गए। राजीव बजाज ने कहा कि भारत ने पश्चिम की नकल की जबकि उनकी भौगोलिक स्थिति, जन्मजात प्रतिरोधक क्षमता, तापमान वगैरह बिल्कुल अलग हैं।। लाकडाउन के पालन करने के चक्करमें हमने अर्थव्यवस्था को खत्म कर दिया। कोरोना के कर्व के बजाय जीडीपी के कर्व को फ्लैट कर दिया।
इस बातचीत में राहुल गांधी ने लॉकडाउन पर अपने पुराने रुख को दोहराते हुवे कहा, 'यह लॉकडाउन फेल है क्योंकि ये दुनिया का इकलौता लॉकडाउन है जिसमें केस बढ़ रहे हैं। इस दौरान राजीव बजाज ने मोदी सरकार के दिए गए राहत पैकेज पर भी सवाल उठाए उन्होंने कहा कि दुनिया में सरकारों ने कोरोना से निपटने के लिए जितने पैकेज का ऐलान किया, उसका 2 तिहाई सीधे संगठनों और लोगों तक पहुंचा। भारत में सिर्फ 10 प्रतिशत तक ही लोगों तक पहुंचा। आखिर लोगों को डायरेक्ट पैसे क्यों नहीं दिए गए ?