आज भी कहीं ना कहीं जिंदा है विलुप्त होती Kathputli कला #varanasinews
भारत की कला के चर्चे कई देशों में होते हैं आपको बता दें कि आपको भारतवर्ष में ही सबसे ज्यादा नृत्य कला देखने को मिलेंगे उनमें से एक है
भारतवर्ष अपनी तमाम तरह के कला और कलाकारों की वजह से पूरे विश्व में जाना जाता है भारत की कला के चर्चे कई देशों में होते हैं आपको बता दें कि आपको भारतवर्ष में ही सबसे ज्यादा नृत्य कला देखने को मिलेंगे उनमें से एक है कठपुतली नृत्य जो कि आज विलुप्त सी होती जा रही है कठपुतली नृत्य का इतिहास करीब 2000 साल पुराना है और उसके पीछे पौराणिक कथा भी है पौराणिक कथा के अनुसार भगवान शिव रूठी हुई पार्वती देवी को मनाने के लिए कठपुतली नृत्य का सहारा लिए पैसे तो आपको बता दें कि कठपुतली से जुड़ी हुई आपको तमाम तरीके की कहानियां सुनने को मिल जाएंगे
लेकिन आज के दौर में कठपुतली नृत्य बहुत कम देखने को मिल रही है 2000 साल पुरानी यह परंपरा भले ही विलुप्त हो रही है लेकिन कहीं-कहीं पर आज भी कुछ ऐसे लोग हैं जो इस कला को जीवित रखने के लिए तत्पर दिखाई पड़ रहे हैं ऐसे ही एक व्यक्ति हमें वाराणसी कैसे खाट पर मिले जिन्होंने हमें इस कला से जुड़ी हुई बहुत सारी बातें बताएं |